भारत विखण्डन / Bharat Vikhandan (Breaking India)

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India's integrity is being undermined by three global networks that have well-established operating bases inside India: (i) Islamic radicalism linked with Pakistan, (ii) Maoists and Marxist radicals supported by China via intermediaries such as Nepal, and (iii) Dravidian and Dalit identity separatism being fostered by the West in the name of human rights. This book focuses on the third: the role of U.S. and European churches, academics, think-tanks, foundations, government and human rights groups in fostering separation of the identities of Dravidian and Dalit communities from the rest of India. The book is the result of five years of research, and uses information obtained in the West about foreign funding of these Indian-based activities. The research tracked the money trails that start out claiming to be for "education," "human rights," "empowerment training," and "leadership training," but end up in programs designed to produce angry youths who feel disenfranchised from Indian identity. The book reveals how outdated racial theories continue to provide academic frameworks and fuel the rhetoric that can trigger civil wars and genocides in developing countries. The Dravidian movement's 200-year history has such origins. Its latest manifestation is the "Dravidian Christianity" movement that fabricates a political and cultural history to exploit old faultlines. The book explicitly names individuals and institutions, including prominent Western ones and their Indian affiliates. Its goal is to spark an honest debate on the extent to which human rights and other "empowerment" projects are cover-ups for these nefarious activities. For more information, or to view videos about this book, visit www.breakingindia.com

Author(s): राजीव मल्होत्रा / Rajiv Malhotra
Publisher: HarperCollins India
Year: 2014

Language: Hindi
Pages: 588
Tags: विखंडन;

कवर पेज
मुखपृष्ठ
विषय-सूची
परिचय
1. महाशक्ति या विखण्डित युद्ध क्षेत्र?
विखण्डित होने की भारतीय अन्तर्निहित प्रवृत्तियाँ
बाहरी शक्तियाँ
2. यूरोप द्वारा परिकल्पित प्रजातियाँ : एक सिंहावलोकन
हिंसा की ओर ले जाती पश्चिमी शिक्षाविदों की काल्पनिक कथा
यूरोप
भारत
श्री लंका
अफ्रीका
3. आर्य नस्ल का अविष्कार
यूरोप पर भारत के प्रभाव का सिंहावलोकन : पुनर्जागरण से नस्लवाद तक
हर्डर का स्वछन्दतावाद (Romanticism)
कार्ल विल्हेल्म फ्रेडेरिक श्लेगेल (1772-1829)
श्लेगेल की भारत सम्बन्धी मनगढ़ंत धारणाओं के आधार पर जर्मन अतीत की कल्पना
यूरोप में ‘आर्य’ एक नस्ल बनी
अर्नेस्ट रेनान और आर्य ईसा मसीह
फ्रेडरिक मैक्स मूलर
एडोल्फ पिक्टेट
रूडोल्फ फ्रेडरिक ग्राऊ (Grau)
गोबिनो और नस्ल विज्ञान
आर्य सिद्धान्तकार और सुजनन विज्ञान
चेम्बरलेन : आर्य-ईसाई नस्लवाद
नाजी और उनके बाद
भारतीय सभ्यता पर दोषारोपण
4. साम्राज्यवादी बाइबल प्रचार भारतीय मानव जाति विज्ञान का स्वरूप निर्धारण
मूसा का मानव जाति विज्ञान
हैम का मिथक और अफ्रीकी उपनिवेश निर्माता
बेबल का मिथक और भारतविद
संस्थागत तन्त्र
बाइबल का प्रजाति सिद्धान्त और हैम मिथक
विलियम जोन्स द्वारा बाइबल के मानव जाति विज्ञान के अनुरूप भारतीयों का मानचित्र बनाना
अंग्रेज़ भारतशास्त्रीय संस्थानों के एक सौ वर्ष
5. लॉर्ड रिस्ली द्वारा नस्ल में जाति-वर्ण का रूपान्तरण
मैक्स मूलर के काम को आगे बढ़ाना
रिस्ली का नस्ल विज्ञान
रिस्ली द्वारा वर्णों को रूढ़िबद्ध करना
अम्बेडकर द्वारा नासिक तालिका आधारित नस्लवाद का खण्डन
6. ‘द्रविड़’ नस्ल का अविष्कार
हॉजसन का ‘तमुलियन’ आविष्कार
कॉल्डवेल : मानवजाति विज्ञान में भाषाविज्ञान का रूपान्तरण
एक षड्यन्त्र सम्बन्धी सिद्धान्त का जन्म : ‘धूर्त आर्य ब्राह्मणोंने किया भोले-भाले द्रविड़ों का शोषण’
तमिल परम्पराओं का अ-भारतीयकरण
तिरुकुरल
शैव सिद्धान्त
तमिल भक्ति साहित्य
तिरुकुरल का ईसाईकरण
कुरल की हिन्दू प्रकृति को मिटाना
ईसाई मत के अनुसार शैवमत की रूपरेखा तैयार करना
प्राचीन कालजयी तमिल साहित्य का संशोधनवादी इतिहास
‘तमिल धर्म’ बना ‘प्रारम्भिक भारतीय ईसाइयत’
7. द्रविड़ नस्लवाद और श्रीलंका
सिंहली-आर्य-बौद्ध पहचान
श्रीलंकाई द्रविड़ पहचान
पहचानों का टकराव
धर्मशास्त्रीय कपोल-कल्पना में पुराने भूगर्भ विज्ञान का मिलन
बिशप कॉल्डवेल से लिमुरियन उत्पत्ति का नाता
थियोसॉफी—ईसाई मत-प्रचार के खण्डन के लिए बौद्ध धर्म द्वारा आर्यों का उपयोग
औपनिवेशिक संरचनाओं के बीच टकराव : आर्य-बौद्ध-सिंहली बनाम द्रविड़-शैव-तमिल
8. हिन्दूधर्म को ‘द्रविड़’ ईसाइयत में पचाना
सन्त टॉमस का मिथक
भारतीय ईसाई विद्वानों द्वारा अस्वीकार किया जाना
सन्त टॉमस मिथक का पुनरुज्जीवित होना
पुरातत्व के साक्ष्यों का गढ़ा जाना
इंस्टीट्यूट ऑफ़ एशियन स्टडीज
ईसाई प्रचार और द्रविड़ आन्दोलन
ईसाई प्रचारकों की छद्म-विद्वता
प्रारम्भिक अस्वीकृति और अन्तत: चर्च का अनुमोदन
धोखे : पुरातात्विक और साहित्यिक
सन्त टॉमस के इतिहास को गढ़ना
सान थोम गिरजे से जुड़े पुरातात्विक साक्ष्य
फिल्मों में सन्त टॉमस
हिन्दू धर्म आर्य-अंग्रेजी षड्यन्त्र घोषित
इंस्टीट्यूट ऑफ़ एशियन स्टडीज
शिव और नटराज ‘द्रविड़’ घोषित
स्कन्द-मुरुगा का समायोजन
‘पंचम वेद’ का गढ़ा जाना
हिन्दू लोकप्रिय संस्कृति का ईसाईकरण
हिन्दू कला का ईसाईकरण
भारतीय आध्यात्मिक नृत्य का ईसाई अपमान
रणनीतिगत परिवर्तन : हिन्दू नृत्य का सूक्ष्म ईसाई समायोजन
भरत नाट्यम के ईसाईकरण के साथ-साथ हिन्दू धर्म को धृष्टतापूर्वक अस्वीकार करना
लीला सैमसन प्रवाद
तमिल लोक-कलाओं का ईसाईकरण
9. ‘द्रविड़’ ईसाइयत का प्रचार
2000 : ‘वर्ण-व्यवस्था के उन्मूलन के लिए द्रविड़ धर्म’ पर गोष्ठी
2001 : भारत अन्तर्राष्ट्रीय प्रजातिवाद की जननी घोषित
2004 : ‘भारत एक द्रविड़ ईसाई राष्ट्र है, और ईसाइयों ने संस्कृत बनायी’
2005 : सन्त टॉमस द्रविड़ ईसाइयत के रूप में हिन्दू धर्म की पुनर्कल्पना पर न्यू यॉर्क सम्मेलन
तमिल साहित्य में ‘ईसाई सारतत्व’
तमिल वैवाहिक रहस्यवाद के ईसाई मूल
2006 : द्रविड़ ईसाइयत एक अन्तर्राष्ट्रीय अभियान बना
राष्ट्रपति बुश के सलाहकार द्वारा द्रविड़ ईसाइयत प्रचार
भारत में और आगे विस्तार
पोप द्वारा विषय में विभ्रम पैदा करना
2007 : भारत में प्रारम्भिक ईसाइयत के इतिहास पर दूसरा अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन
शक्ति बनीं पवित्र आत्मा (Holy Ghost)
2008 : तमिलों के धर्म पर पहला अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन
लिमुरियाई-तमिल उद्भव के सिद्धान्त की वापसी
संस्कृत, डार्विन और वेदान्त का दानवीकरण
भारतीय कला के इतिहास का बपतिस्मा
सामाजिक विषमताओं को केवल हिन्दुओं में ही देखा जाना
ईसाई-द्रविड़ बनाम आधुनिक पुरातत्व विज्ञान
टॉमस मिथक की मजबूती का आकलन
ईसाईकरण के लिए अन्तरिम चरण के रूप में द्रविड़ आध्यात्मिकता
10. भारत के बाहर द्रविड़वादी शैक्षणिक संस्थान-कार्यकर्ता नेटवर्क
येल
हार्वर्ड
बर्कले
द्रविड़ भाषा प्रतिमान के ऑक्सफोर्ड-येल मूल
देर से उत्पन्न सन्देह
शैक्षिक चिन्तन द्वारा भारतीय राजनीति का संचालन : अन्नादुरै
सर्व (SARVA) परियोजना और पहचान की राजनीति
तमिल अलगाववादी सम्मेलन के लिए शैक्षिक समर्थन
बर्कले तमिल पीठ
फेटना (FeTNA)
यूरोप स्थित तमिल अध्ययन संस्थान
11. भारत के खण्डों पर पश्चिमी चिन्तन
सरकार
धनदाता एजेन्सियाँ
अकादमी
चर्च
समाचार माध्यम
भारत का सुनियोजित विखण्डन
उत्पीड़न साहित्य एक विधा के रूप में
भारत के विखण्डन का पोषण करता उत्पीड़न साहित्य
भारत : पश्चिमी हस्तक्षेप के लिए सीमाक्षेत्र
मानवाधिकार में पश्चिमी हस्तक्षेप
वैश्विक बहुसंख्यकों की सेवा में भारतीय अल्पसंख्यक
एक उदाहरण : अफ्रीकी-दलित परियोजना
पश्चिमी हस्तक्षेप के लिए पहचान की दरारें
भारत का पुन: औपनिवेशीकरण
एक ‘ईसाई उम्मत’
12. अफ्रीकी-दलित आन्दोलन
आर्य/द्रविड़ और हुटु/टुट्सी समानान्तर (Hutu-Tutsi Parallels)
अफ्रीकी-द्रविड़ आन्दोलन को अमरीकी इतिहास द्वारा परिभाषित करना
अमरीका की अश्वेत मुक्ति का धर्मशास्त्र
भारत में अश्वेत मुक्ति के धर्मशास्त्र का दुरुपयोग
अफ्रीकी-दलित और हिन्दुओं के नस्लवादी ईश्वर
पश्चिमी सरकार—चर्च गठजोड़ द्वारा अफ्रीकी-द्रविड़-दलित को प्रभावित करना
एक नस्लवादी महाकाव्य के रूप में रामायण की व्याख्या
13. भारत : एक नवसंरक्षणवादी मोर्चा1
हिन्दुओं के धर्मान्तरण के लिए बहुराष्ट्रीय निगम
भारत की शक्तियों की पहचान धर्मान्तरण के लिए और अवरोधक के रूप में
ईसाई प्रचार के हथियार के रूप में विकास
ईसाई प्रचारक सामग्री : पैट रॉबर्टसन
अमरीकी दक्षिणपन्थी ईसाइयों द्वारा दलित आन्दोलन
दलित फ्रीडम नेटवर्क (डी.एफ.एन.)
डी.एफ.एन. के राजनीतिक पक्षपोषण के उदाहरण
कांचा इलाइया : ‘हम संस्कृत की हत्या कर देना चाहते हैं’
डी.एफ.एन. की हाल की गतिविधियाँ
ऑल इण्डिया क्रिश्चियन काउंसिल (ए.आई.सी.सी.)
भारत के विरुद्ध ईसाई लॉबिंग के साथ संयुक्त राज्य अमरीका के राजनीतिज्ञों और अधिकारियों के सम्बन्धों के उदाहरण
दक्षिणपन्थी विचार मंच और नीति केन्द्र
पॉलिसी इंस्टीट्यूट फ़ॉर रिलिजन एण्ड स्टेट (पी.आई.एफ.आर.ए.एस.)
पिफ्रास के सम्मेलन
भारत में प्रभाव
फ्रीडम हाउस
न्यू यॉर्क में एशिया सोसाइटी
पूर्वाग्रहपूर्ण अवधारणाओं का बनाया जाना और उन्हें पोषित करना
जंगली भारत के रूप में गुजरात
एथिक्स ऐण्ड पब्लिक पॉलिसी सेंटर (ई.पी.पी.सी.)
अनेक मार्ग
14. भारत : एक वामपन्थी मोर्चा
उदारवादी-वामपन्थी विचार मंच
शैक्षिक दक्षिण एशियाई अध्ययन
पन्थ-निरपेक्ष चश्मा
वॉशिंगटन में वामपन्थी-दक्षिणपन्थी साझेदारी का उदाहरण
अमरीका स्थित शिक्षाविदों द्वारा भारत का विखण्डन
मार्था नसबॉम (Martha Nussbaum)
लीसे मैककिन (Lise McKean)
रोमिला थापर
मीरा नन्दा
विजय प्रसाद
अंगना पी. चटर्जी
पन्थ-निरपेक्ष चश्मे का इस्लामी रंग
15. संयुक्त राज्य अमरीका की सरकार की सीधी संलग्नता
अन्तर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतन्त्रता अधिनियम
अन्तर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतन्त्रता पर अमरीकी आयोग
प्रारम्भिक भारतीय विरोध की उपेक्षा
2000
2001
2002
2003
2004
2005
2006
2007
2008
2009
प्यू ट्रस्ट (Pew Trust) के नये पुलिन्दे और प्रचार : ‘भारत सिर्फ ईराक से पीछे है’
अन्तर्राष्ट्रीय विकास के लिए संयुक्त राज्य सरकार की एजेन्सी (USAID)
ओबामा और संयुक्त राज्य विदेशी ईसाई धर्मान्तरण
16. वर्तमान भारत में ब्रितानी हस्तक्षेप
क्रिश्चियन सॉलिडैरिटी वर्ल्डवाइड (Christian Solidarity Worldwide) (सी.एस.डब्ल्यू.)
दलित सॉलिडैरिटी नेटवर्क—यू.के.
इंटरनेशनल दलित सॉलिडैरिटी नेटवर्क
चर्चों से सम्बन्ध वाले भारत स्थित दलित संस्थान और व्यक्ति
ब्रिटेन में भारत विरोधी धुरी
क्रिश्चियन सॉलिडैरिटी वर्ल्डवाइड
दलित सॉलिडैरिटी नेटवर्क—यू.के.
लिसा (LISA)
ऑक्सफार्ड धार्मिक और सार्वजनिक जीवन केन्द्र (ओ.सी.आर.पी.एल.)
17. यूरोपीय महाद्वीप का हस्तक्षेप
इंटरनेशनल दलित सॉलिडैरिटी नेटवर्क (IDSN)
संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत के विरुद्ध वकालत
यूरोपीय यूनियन में भारत के विरुद्ध वकालत
‘भारत के विरुद्ध प्रतिबन्ध नहीं, मगर कम-से-कम ... ’
लुथेरन वर्ल्ड फेडरेशन और वर्ल्ड काउंसिल ऑफ चर्चेज द्वारा वामपन्थियों और दक्षिणपन्थियों को मिलाना
भारत में दलित असहमति से सम्बद्ध संगठन
नेशनल कैम्पेन फॉर दलित ह्यूमन राइट्स (एन.सी.डी.एच.आर.)
नैशनल फेडरेशन ऑफ दलित विमेन (एन.एफ.डी.डब्ल्यू.)
दलित पंचायत ± दलितशास्त्र ± दलित धर्मशास्त्र · दलितस्तान
शैक्षिक दलित अध्ययनों का नेटवर्क
इण्डियन इंस्टीट्यूट ऑफ दलित स्टडीज
स्वीडिश साउथ एशियन स्टडीज नेटवर्क (एस.ए.एस.नेट.)
तमिलनाडु थियोलॉजिकल सेमिनरी
गुरुकुल लुथेरन थियोलॉजिकल कॉलेज एण्ड रिसर्च इंस्टीट्यूट, चेन्नई
दलित अलगाववाद का प्रचार करने वाले व्यक्तिगत विद्वान
क्रिस्टोफी जाफ्रीलॉट (Christophe Jaffrelot)
गेल ऑमवेट (Gail Omvedt) : द्रविड़ों और दलितों को इकट्ठा करना
पराकाष्ठा
18. भारत की ईसाई उम्मत
संस्थाओं को धन देना और उन्हें बनाना
समाचार माध्यम
गुप्तचरी
संयुक्त राज्य अमरीका आधारित भारतीय ईसाइयत का विस्तार
विशाल मंगलवादी : भारत के पैट रॉबर्टसन
रवि जकारियाज इंटरनैशनल मिनिस्ट्रीज
इंटरनैशनल इंस्टीट्यूट ऑफ चर्च मैनेजमेंट
वर्ल्ड विजन (World Vision)
गॉस्पल फॉर एशिया (Gospel for Asia)
अतिसूक्ष्म तरीके से शिक्षण
मार्क्सवादी आड़
ईसाई समाचार माध्यम
एसिस्ट न्यूज सर्विस (Assist News Service)
मिशन नेटवर्क न्यूज
क्रिश्चियन ब्रॉडकास्टिंग नेटवर्क
‘ईसाई दृष्टिकोण से समाचार’
गेग्राफा (Gegrapha) और भारतीय ईसाई पत्रकार
गुप्तचर सूचना एकत्रीकरण गतिविधियाँ
जोशुआ परियोजना : आत्माओं की फसल के लिए बाज़ार अनुसंधान
10/40 विण्डो (Window) और आँकड़ा भण्डार की मार्केिंटग
शैक्षिक संस्थानों का उदाहरण : बोस्टन थियोलॉजिकल इंस्टीट्यूट
जमीनी सतह पर प्रभाव
कन्या कुमारी का नाम बदलकर ‘कन्नी मेरी’ करना
बार-बार होने वाले ईसाई प्रचारक उकसावे
19. सभ्यताओं के टकराव में भारत
आवरण पृष्ठ का मानचित्र
भारत से होते हुए माओवादी लाल गलियारा
नेपाल में नागालैण्ड प्रारूप और भारत का लाल गलियारा
उड़ीसा में ईसाई कॉमरेड
नेपाल में ईसाई कॉमरेड
असम : माओवादी-उल्फा-आई.एस.आई.
प्रसिद्ध बुद्धिजीवियों का उपयोग
माओवादी ‘बन्दूकधारी गाँधीवादी’ और गाँधी ‘धार्मिक पाखण्डी’ हैं
उभरते हुए गठजोड़
द्रविड़िस्तान का इस्लामी हिस्सा
तमिलनाडु
ऑल इण्डिया जिहाद कमेटी (ए.आई.जे.सी.)
अल उम्मा और टी.एम.एम.के.
केरल
अब्दुल नासिर मदनी, दक्षिण भारतीय जिहाद के धर्म-पिता
मराड नरसंहार
तमिलनाडु—केरल जिहादी गठजोड़
उग्र परिवर्तनवादी इस्लाम द्वारा उदारवादी इस्लाम को आतंकित करना
मदनी की रिहाई और केरल को जिहाद की आउटसोर्सिंग
कर्नाटक
कर्नाटक में आतंक का उदय
तमिलनाडु में हाल की स्थिति
वोट बैंक राजनीति
2010 में नये घटनाक्रम
तीन सभ्यताओं के केन्द्रीय निशाने पर
चीन
अखिल-इस्लाम
अमरीकी बाज की दोहरी दृष्टि
परिशिष्ट
क. प्रजातिवाद का संक्षिप्त इतिहास नासिक तालिका से वाई-गुणसूत्र (Y-Chromosom) तक
ख. संगम साहित्य में प्राचीन तमिल धर्म
ग. अफ्रीका में समानान्तर उभार
घ. मूलवासी अमेरिकियों को टॉमस चकमा
ङ. न्यू यॉर्क कान्फ्रेंस 2005 में प्रस्तुत शोध-पत्र
च. त्याज्य पुरालेखवेत्ता का मामला
छ. विदेशी धन की निगरानी
ज. लुथेरन वर्ल्ड फेडरेशन ने बनाया भारत को निशाना
अन्तिम टिप्पणी
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